चंडीगढ़-पंजाब में भूकंप के झटके; उत्तर भारत के कई हिस्सों में हिल गई धरती, घरों-दफ्तरों से बाहर भागे लोग, रिक्टर स्केल इतनी रही तीव्रता

Earthquake Hits Chandigarh-Punjab Many Parts of Northern India Today
Earthquake Today News: चंडीगढ़-पंजाब समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में भूकंप आया है। कुछ जगहों पर भूकंप के तेज झटके भी महसूस किए गए। फिलहाल भूकंप से कहीं से भी किसी भी प्रकार के नुकसान की सूचना अब तक नहीं मिली है। हालांकि, धरती में कंपन हुआ तो लोग सहम गए। भूकंप महसूस होने पर लोग अपने घरों-दफ्तरों से बाहर निकल आए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता की जानकारी दी है.
भूकंप का केंद्र अफ़ग़ानिस्तान , तीव्रता 5.8
इस भूकंप का केंद्र अफ़ग़ानिस्तान में रहा है। वहीं रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई है। भूकंप का सबसे गहरा असर अफ़ग़ानिस्तान में रहा। इसके साथ ही पाकिस्तान में भूकंप के झटके लगे। वहीं भारत में कश्मीर से लेकर चंडीगढ़-पंजाब और हरियाणा व आसपास के हिस्सों में भूकंप के खटके महसूस किए गए. हालांकि, कुछ सेकेंड के लिए ही धरती हिली लेकिन लोगों में भूकंप से हलचल मच गई।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, अफ़ग़ानिस्तान में शनिवार दोपहर सुबह 12 बजकर 17 मिनट के आसपासभूकंप के झटके महसूस किए गए। जमीन के अंदर इसकी गहराई 130 किलोमीटर थी। जबकि भूकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई। बता दें कि, भूकंप से बार-बार धरती कांप रही है। पिछले दिनों में भारत के अंदर कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं।
किस तीव्रता के भूकंप में कितना नुकसान?
2 से 2.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती में हल्का कंपन होता है। 3 से 3.9 की तीव्रता का भूकंप आने पर धरती हिलने से हल्के झटके महसूस होते हैं। वहीं 4 से 4.9 की तीव्रता के भूकंप में तेज झटके महसूस किए जाते हैं। इस भूकंप में खिड़कियां टूट सकतीं हैं. दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं। वहीं 5 से 5.9 की तीव्रता वाले भूकंप में घर का सामान तेजी से हिलता हुए दिखता है। तेज झटके महसूस होते हैं।
वहीं 6 से 6.9 तक के भूकंप में इमारतें हिलती हैं, नींव में दरार आ जाती है। इसके अलावा 7 से 7.9 तक के भूकंप में इमारतें गिर जाती हैं, पानी के पाइप फट जाते हैं। 8 से 8.9 के भूकंप में पल भर में इमारतें गिरती हैं और जमीन फटने लगती है, दीवारें फटती हैं। 9 या इससे ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप आने पर धरती लहर जाती है।
क्यों आता है भूकंप?
बताया जाता है कि, धरती की अंदरूनी संरचना में टैक्टोनिक प्लेट्स (सरल भाषा में चट्टानें) मौजूद हैं। ये प्लेट्स लगातार हलचल करती रहती हैं। इस बीच जब यह इधर से उधर खिसकती हैं, टकराती हैं या टूटती हैं तो फिर तेज एनर्जी निकलती है और इससे धरती में कंपन पैदा होता है और इसे ही भूकंप कहते हैं। यानि धरती ऊपर से जितनी शांत है उतनी इसकी अंदरूनी सतह में हलचल चल रही है।
भूकंप आने पर क्या करें?
भूकंप आने के दौरान अगर आप घर या फ्लैट में हैं तो कोशिश करें कि खुली जगह पर आ जाएं। खासकर फ्लैट में मौजूद लोग जल्द से जल्द बाहर जरूर निकलें। क्योंकि फ्लैट की इमारतें काफी ऊंची होती हैं। ऐसे में इनके गिरने का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं भूकंप के चलते यदि आप बाहर खुली जगह पर आते हैं तो यहां भी आप यह सुनिक्षित करें कि आप किसी बिल्डिंग, पेड़ और बिजली के तारों या खम्भों के नजदीक तो नहीं है। इनसे दूरी बनाकर रखें। आप बिलकुल खाली जमीन को तलाश कर वहां पहुंच जाएं।